A Simple Key For shiv chalisa in hindi Unveiled
A Simple Key For shiv chalisa in hindi Unveiled
Blog Article
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
भक्त अपने जीवन में पैदा हुई कठिनाइयों और बाधाओं को दूर करने के लिए श्री शिव चालीसा का नियमित पाठ करते हैं। श्री शिव चालीसा के पाठ से आप अपने दुखों को दूर कर भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं। शिव चालीसा का पाठ हमेशा सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद करना चाहिए। भक्त प्रायः सोमवार, शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, त्रयोदशी व्रत एवं सावन के पवित्र महीने के दौरान शिव चालीस का पाठ खूब करते हैं।
shrishivchalisa.com participates from the Amazon Associates Associates Application, an affiliate marketing method built to offer a signifies for sites to gain commissions by linking to Amazon.
भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल shiv chalisa in hindi नागफनी के॥
Your browser isn’t supported any longer. Update it to get the very best YouTube expertise and our most recent attributes. Learn more
प्रगट उदधि मंथन में ज्वाला। जरे सुरासुर भये विहाला॥
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
गले लगा कर मुझ से बोला, मैं हूँ तेरा रखवाला॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
रात मेरे सपनो में आया, आ more info के मुझ को गले लगाया।
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
अगर आपको यह चालीसा पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!